नैला-जांजगीर की धरती पर होगा अलौकिक दिव्य दर्शन: श्री श्री दुर्गा पूजा उत्सव 2025 में बर्मा के श्वेत मंदिर की प्रतिकृति बनेगी मुख्य द्वार का आकर्षण

SHARE:

जांजगीर-चाम्पा। छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक चेतना का केंद्र कहे जाने वाले नैला-जांजगीर में अग्रसेन भवन के सामने इस वर्ष की श्री श्री दुर्गा पूजा उत्सव 2025 एक नई ऊंचाई छूने जा रही है। यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि एक सांस्कृतिक पुनर्जागरण का साक्षी बनने जा रहा है, जहां भव्यता, आध्यात्मिकता और वास्तुकला का अद्वितीय संगम दिखाई देगा।

आयोजन के सम्बन्ध में श्री श्री दुर्गा पूजा उत्सव समिति के सदस्यों ने बताया कि इस वर्ष दुर्गा पूजा में दर्शकों को एक अद्वितीय और मंत्रमुग्ध कर देने वाला दृश्य देखने को मिलेगा — म्यांमार (बर्मा) के विश्व प्रसिद्ध श्वेत मंदिर की 140 फीट ऊंची और 150 फीट चौड़ी प्रतिकृति एक भव्य प्रवेश द्वार के रूप में निर्मित की जा रही है, जो भक्तों और पर्यटकों को एक अलग ही आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगी।

मां दुर्गा की 35 फीट ऊँची रत्नजड़ित प्रतिमा

पूजा पंडाल के भीतर मां दुर्गा की 35 फीट ऊँची प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जो हीरे, मोती और रत्नों से अलंकृत होगी। इस भव्य प्रतिमा की पृष्ठभूमि अक्षरधाम मंदिर के गुंबदों और शीशमहल की शैली में निर्मित की जाएगी, जो एक दिव्य आभा प्रदान करेगी। यह नयनाभिराम दृश्य भक्तों को एक अलौकिक लोक का अनुभव कराएगा।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सजी लेजर-लाइटिंग और संगीत की झंकार

इस बार की दुर्गा पूजा में अंतरराष्ट्रीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत विशेष लेजर शो और लाइटिंग प्रभाव का समावेश किया गया है, जिसमें आध्यात्मिक संगीत और प्रकाश की लहरें श्रद्धालुओं को एक दिव्य यात्रा पर ले जाएंगी। यह तकनीकी संयोजन श्रद्धा के साथ संस्कृति का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा।

स्थापत्य सौंदर्य में बंगाल की छाप, स्थानीय कारीगरों का योगदान

पूजा पंडाल के निर्माण में पश्चिम बंगाल के विशेष कारीगरों के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों का समावेश किया गया है, जो पारंपरिक और आधुनिक कला के संगम को जीवंत कर रहे हैं। डोम पंडाल की सजावट इस बार विशेष रूप से बर्मा की वास्तुकला और भारतीय पारंपरिक शिल्प का मिश्रण होगी।

सुरक्षा, स्वच्छता और सेवा की त्रिवेणी

श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए आयोजन समिति ने विशेष प्रबंध किए हैं। डिजिटल निगरानी, स्वच्छता व्यवस्था, वॉलिंटियर सहायता केंद्र और चिकित्सा आपातकालीन सेवाएँ चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगी, ताकि हर आगंतुक को एक सुखद और सुरक्षित अनुभव मिल सके।

Hasdeo Times
Author: Hasdeo Times

Leave a Comment

शहर चुनें

Follow Us Now