मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 17 नवयुगलों का विवाह विधिवत रीति-रिवाजों के साथ सम्पन्न हुआ। यह आयोजन न केवल सामाजिक समरसता का उदाहरण बना, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बेटियों के लिए सरकार की संवेदनशीलता और सहयोग का प्रतीक भी रहा। विवाह स्थल पर खुशी और उत्साह का माहौल देखने को मिला।
सम्माननीय अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस आयोजन को विशेष बनाने में कई जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष गगन जयपुरिया,
जिला पंचायत सभापति मोहन कुमारी साहू,
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता चेतन महंत,
तथा कबीरपंथी संत संतोष महंत की मौजूदगी ने समारोह को और भी आध्यात्मिक और प्रेरणादायक बना दिया।
सभी अतिथियों ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह योजना न केवल बेटियों को सम्मान देती है, बल्कि सामाजिक समरसता और एकता को भी मजबूती प्रदान करती है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से अपील की कि ऐसे आयोजनों में सभी को सहभागिता करनी चाहिए।
अतिथियों के संबोधन की झलक
गगन जयपुरिया ने कहा, “यह योजना प्रदेश सरकार की उन पहलों में से एक है जो सीधे आम जनजीवन को छूती हैं। बेटियों की शादी अब बोझ नहीं, बल्कि समाज का गर्व बन चुकी है।”
मोहन कुमारी साहू ने कहा, “इस योजना से न केवल बेटियों को संबल मिला है, बल्कि समाज में बेटियों के प्रति सम्मान की भावना और भी प्रबल हुई है।”
बीजेपी नेता चेतन महंत ने योजना को केंद्र व राज्य सरकार की दूरदर्शिता का परिणाम बताया और कहा कि समाज में अब बेटियों को अवसर मिल रहे हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन रही हैं।
संत संतोष महंत ने नवदंपतियों को आध्यात्मिक संदेश देते हुए कहा कि विवाह सिर्फ एक सामाजिक बंधन नहीं, बल्कि एक पवित्र संकल्प है, जिसे प्रेम, विश्वास और समर्पण से निभाना चाहिए।
आयोजन की सफलता में ऋचा तिवारी की मुख्य भूमिका
खंड परियोजना अधिकारी ऋचा तिवारी ने आयोजन की संपूर्ण व्यवस्था को अत्यंत कुशलता से संभाला। लाभार्थियों का चयन, विवाह सामग्री की व्यवस्था, भोजन, मेहमानों की व्यवस्था और वैवाहिक अनुष्ठानों के संचालन में उन्होंने नेतृत्वकारी भूमिका निभाई, जिसकी हर ओर सराहना हो रही है।
समापन में भव्य भंडारा और सामूहिक उत्सव
कार्यक्रम के अंत में भव्य भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें सभी ग्रामीण, मेहमान, संत, जनप्रतिनिधि और नवविवाहित जोड़ों के परिजन शामिल हुए। यह आयोजन पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना और इसकी प्रशंसा हर वर्ग के लोगों द्वारा की गई।
बहमनीडीह में सम्पन्न हुआ यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की सफलता, सामाजिक एकता और शासन-प्रशासन की संवेदनशीलता का सशक्त उदाहरण है। यह आयोजन साबित करता है कि जब समाज, प्रशासन और जनप्रतिनिधि एक साथ आते हैं, तब बेटियों का भविष्य न केवल सुरक्षित होता है, बल्कि उनका आत्मसम्मान भी ऊंचा उठता है।




