2 दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के 04 माओवादी ढेर, मुठभेढ में एसीएम स्तर के 03 और 01 पार्टी सदस्य कमांडर मुठभेड़ में मारा गया
बीजापुर :- जिले के पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव ने बताया कि जिले के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में माओवादी कैडर की गतिविधियों की विश्वसनीय सूचना के आधार पर डीआरजी बीजापुर की टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया। अभियान के दौरान दिनांक 26 जुलाई 2025 के शाम को पुलिस बल और माओवादियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ होती रही। मुठभेड़ के पश्चात मुठभेड़ स्थल की तलाशी में 01- एसएलआर, 01- इंसास, 01- .303 रायफल, बीजीएल लांचर, सिंगल शॉट सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संबंधी अन्य सामान भी बरामद किया गया।
प्रारंभिक तौर पर मृत माओवादी की पहचान :- हुंगा, एसीएम, प्लाटून नम्बर 10 दक्षिण सब जोनल ब्यूरो, शासन द्वारा ?05 लाख का इनाम घोषित, लक्खे, एसीएम, प्लाटून नम्बर 30, दक्षिण सब जोनल ब्यूरो, शासन द्वारा ?05 लाख का इनाम घोषित, भीमे, एसीएम, दक्षिण सब जोनल ब्यूरो, शासन द्वारा ?05 लाख का इनाम घोषित, निहाल ऊर्फ राहुल, पार्टी सदस्य
(संतोष, ब्यूरो कम्युनिकेशन टीम हेड का गार्ड) दक्षिण सब जोनल ब्यूरो, शासन द्वारा ?02 लाख का इनाम घोषित
मुठभेड़ स्थल से बरामद सामग्री विवरण: 01 नग एसएलआर, 03 मैग्जीन 15 जिंदा राउण्ड, 1 नग इंसास , 03मैग्जीन 40 जिंदा राउण्ड, 01 नग .303 रायफल 01 मैग्जीन, 16 जिंदा राउण्ड, 01 नग बीजीएल लांचर (सुरखा) 03 नग सेल, 01 नग सिंगल शॉट 315 बोर रायफल , 01 नग 12 बोर बंदूक, 12 नग जिंदा सेल, एके 47 के 08 जिंदा राउण्ड, बीजीएल सेल छोटा 03 नग, ग्रेनेड 01 नग, नक्सल सामग्री व अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद द्य पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने बताया कि वर्ष 2024 में मिली निर्णायक बढ़त को आगे बढ़ाते हुए, वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग में प्रतिबंधित एवं गैरकानूनी सीपीआई (माओवादी) संगठन के विरुद्ध सुरक्षा बलों द्वारा सघन और निरंतर अभियान संचालित किए जा रहे हैं। इन अभियानों के तहत पिछले 19 महीनों (जनवरी 2024 से जुलाई 2025) में 425 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं, जो सुरक्षा तंत्र की प्रभावी रणनीति, साहसिक कार्रवाई और जनसमर्थन का प्रतीक है। पुलिस महानिरीक्षक ने विशेष रूप से उल्लेख किया कि मानसून की कठिन परिस्थितियाँ—लगातार वर्षा, दुर्गम जंगल-पहाड़ी इलाके और जोखिमभरे रास्ते—भी सुरक्षा बलों के जोश और प्रतिबद्धता को डिगा नहीं पाई हैं। सभी बल कठिन भौगोलिक और मौसमीय चुनौतियों के बावजूद पूरे समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।




