सक्ती। जहाँ एक ओर सरकार गांव-गांव विकास के दावे कर रही है वहीं ज़मीनी हकीकत को उजागर करती एक मार्मिक घटना सक्ती जिले के अड़भार नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 14 हरदी से सामने आई है बरसात के मौसम में एक दिवंगत आत्मा को टीन के नीचे अंतिम विदाई दी गई कारण सिर्फ़ एक गांव में पक्के मुक्तिधाम की सुविधा नहीं है। भीषण बारिश के कारण चारों ओर कीचड़ और पानी भरा हुआ था, ऐसे में शोकाकुल परिजन मृतक का अंतिम संस्कार खुले में नहीं कर पाए मजबूरी में टीन लगाकर अग्नि-संस्कार करना पड़ा यह दृश्य न केवल भावुक कर देने वाला था, बल्कि सरकारी दावों पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है।
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार जनप्रतिनिधि और प्रशासन से पक्का मुक्तिधाम बनवाने की मांग की गई, लेकिन हर बार आश्वासन देकर मामले को टाल दिया गया आज वही लापरवाही एक परिवार की पीड़ा बनकर सामने आई है।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
स्थानीय बुजुर्गों का कहना है कि अंतिम यात्रा को सम्मानजनक रूप से संपन्न करना हर व्यक्ति का अधिकार है लेकिन बुनियादी ढांचे की कमी ने यह अधिकार भी छीन लिया है।




