नारायणपुर। नेलवाड़ गाँव में बीती रात एक चिंताजनक घटना घटित हुई, जब खेल–खेल में चार छोटे बच्चों ने ज़हरीले रतनजोत फल का सेवन कर लिया। प्रभावित बच्चों में तीन सात वर्षीय बालक और एक चार वर्षीय बालिका शामिल हैं। फल खाने के कुछ समय बाद सभी बच्चे अर्ध–बेहोशी की हालत में पहुँच गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें तुरंत जिला अस्पताल नारायणपुर लाया गया, जहाँ आपातकालीन विभाग की टीम ने त्वरित और समर्पित उपचार प्रारंभ किया। डॉ. हिमांशु सिन्हा के नेतृत्व में नर्सिंग स्टाफ राजबती करंगा, रूबी कुलदीप, ड्रेसर दिनेश और वार्ड बॉय रूपेन्द्र एवं नमिश ने मिलकर दो घंटे तक लगातार इलाज कर बच्चों की हालत स्थिर की। डॉक्टरों की तत्परता और टीमवर्क की बदौलत चारों बच्चों की जान बचाई जा सकी। स्वास्थ्य विभाग ने इस घटना के बाद अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को अकेले बाहर खेलने न दें और उन्हें अज्ञात व जंगली फलों से दूर रखें। यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की आवश्यकता को एक बार फिर रेखांकित करती है।




